बुधवार, 3 नवंबर 2010

धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं

धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं



आर्ट गैलरी

1 टिप्पणी:

ASHOK BAJAJ ने कहा…

'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय ' यानी कि असत्य की ओर नहीं सत्‍य की ओर, अंधकार नहीं प्रकाश की ओर, मृत्यु नहीं अमृतत्व की ओर बढ़ो ।

दीप-पर्व की आपको ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं ! आपका - अशोक बजाज रायपुर